यहाँ आपको सारी जानकारी मिलेगी की What is C++ in Hindi, C++ कैसा लैंग्वेज है और इसको कैसे सीखे?
C++ लैंग्वेज को सीखना किसी भी टेक्निकल फील्ड के स्टूडेंट के लिए बेहत जरुरी है, लेकिन C++ को सिखने से पहले आपको उसकी बेसिक जानकारी होना चाहिए।
जैसे की C++ क्या है। What is C++ in Hindi and its benefits? C++ क्या है और इसके उपयोग।
अगर आप एक स्टूडेंट है किसी भी फील्ड से, तो फिर आपको C ++ language को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते क्योंकि इसका उपयोग आपको आगे बहुत ज्यादा हो सकता है, ये आपको आगे अच्छे जॉब इंटर्नशिप और आपको और लैंग्वेज सीखने के लिए मदद कर सकता है।
C++ language स्टूडेंट्स को स्कूल, कॉलेज और टयूशन में भी सिखाया जाता है। पर अगर आपको और अच्छे तरीके से सीखना है तो हमारा ब्लॉग फॉलो कीजिए।
क्या आपको भी Coding या Programing में इंट्रेस्ट है। अगर है तो बहुत अच्छी बात है। आजकल हर किसी को प्रोगरामिंग सीखनी चाइए, और C++ भी इसी का हिस्सा है, जिसके बारे में आज हम आपको जानकारी देने वाले है।
Contents
What is C++ in Hindi? C plus plus क्या है?
C ++ एक बहुत ही शाक्तिशाली General Purpose Programming भाषा है। इसका उपयोग ऑपरेटिंग सिस्टम, Browser, Games आदि को बनाने के लिए किया जा सकता है। C++ प्रोग्रामिंग के विभिन्न तरीकों के बारे में बताता है जैसे की procedural (प्रक्रियात्मक), Object Oriented (object oriented) एवं functional (कार्यात्मक) और इसी तरह से यह C++ को शक्तिशाली और साथ ही इसे बहुत तेज बनाता है।
C++ को एक Middle Level Programming Language भी कह सकते है। क्योंकि यह High Level और Low Level दोनो Programming Language को Support करता है और उन्हें चलने की अनुमति देता है।
Game programming, Software Engineering, Data Structure, developing ब्राउजर, ऑपरेटिंग सिस्टम, अलग अलग तरह के applications, और बहुत कुछ की प्रोग्रामिंग C++ में ही होती है, क्या आपके पता है iPhone एवं iPad की Programming के Codes को बेहद आसान और Reusable बनाने के लिए भी “C++” Language का इस्तेमाल होता है।
हमारे इस C++ प्रोग्रामिंग ट्यूटोरियल आपको step by step C++ प्रोग्रामिंग सीखने को मिलेगा।
C++ लैंग्वेज का इतिहास (History of C++ language)
C++ language को एक कम्प्यूटर एक्सपर्ट Bjarne Stroustrup द्वारा वर्ष 1979 में बनाया था। जब उन्होंने इसे बनाया गया था तब इसका नाम उन्होंने C with Class रखा था। क्योंकि इसको C Programming Language को संबोधित और कुछ नये Features जोड़कर बनाया गया था। इसके बनाने का मुख्य उद्देश्य ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (Object Oriented Programming) को शामिल करना था। लेकिन उन्हे इसमें भी कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा जिसके कारण से वर्ष 1983 में इसे C++ के नाम से संबोधित किया गया था।
C++ की विशेषताएं (Features of C++ language)
C++ के बहुत सारे विशेषताएं है तो आइए इनको देखते है –
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (Object Oriented Programming)- C++ पूरी तरह से एक Object Oriented प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है क्यों की इसमें हम चीजों को object मान कर प्रोग्राम लिखते है।
कंपाइलर से जुड़ा हुआ (Compiler based)
C++ language एक compiler based प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसमें प्रोग्राम को बीना compile किए एवं बीना execute किए run नहीं किया जा सकता है, यह ऐसे काम करता है की इसमें अगर हम कोई प्रोग्राम डालते है तो वो पहले Compiler की मदद से machine language में बदल जाता है और फिर उस प्रोग्राम को हम execute करके रन कर सकते है जिससे हमे उसका output मिलेगा।
प्लेटफार्म निर्भर (Platform Dependent)
Platform Dependent का अर्थ है की जिसमें प्रोग्राम केवल उस ऑपरेटिंग सिस्टम पर execute किया जा सकता हैं जहां इसे develop और execute किया जाता है। यह किसी अन्य operating system पर ना ही चल सकता है और ना ही execute हो सकता है।
C++ एक प्लेटफॉर्म पर निर्भर भाषा है। ऐसा कहने के बाद, C++ प्रोग्राम को कई मशीनों में बहुत कम या बिना किसी बदलाव के निष्पादित किया जा सकता है।
शक्तिशाली और तेज़ ( Powerful and Fast)-
C++ एक बहुत ही तेज और शक्तिशाली भाषा है क्योंकि इसमें compilation एवं execution का समय user को कम लगता है या हम ये भी कह सकते है की इसमें source code के execute होने से लेके Output मिलने तक का समय काफी कम लगता है । इसके अलावा, इसमें data type, function और operator की एक बहुत ज्यादा बड़ी variety है।
केस सेंसिटिव लैंग्वेज (C++ is case sensitive)
C++ एक case sensitive लैंग्वेज है क्योंकि C++ में लिखे जाने वाले Lower Case Letter (छोटे अक्षर) और Upper Case Letter (बड़े अक्षर) में लिखे गए शब्द का मतलब अलग अलग होता है।
सी++ भाषा के अनुप्रयोग (Applications Of C++ Language)
C++ भाषा के बहुत सारे अनुप्रयोग है चलिए थोड़ा इन सब पे नजर डालते है –
कंप्यूटर गेम्स (Gaming)
कंप्यूटर गेम्स खेलना किसको पसंद नही है, आजकल सभी लोग कंप्यूटर गेम्स के शौकीन होते है पर क्या आपको पता है की ये बनते कैसे है? अगर नही तो जान लीजिए की C++ language का इसमें इस्तेमाल होता है
C++ language को अधिकतर बड़ी बड़ी से बड़ी gaming कंपनिया इस्तेमाल करती है इसमें सबसे पहले नाम आता है Rock star Games का जिसने GTA जैसी गेम बनाई थी इन सारी companies के इंजन भी C++ language में पूरी तरह से लिखे हुए होते है।
C++ 3D games की जटिलता (Complexity) को आसान कर देता है और संसाधनों(Resources) को अनुकूलित(Optimize) करने में मदद करता है।
मीडिया को यूज करना (Media Access)
C++ का उपयोग मीडिया (Media Player), वीडियो फाइलें (Video Files) और ऑडियो फ़ाइलों (ऑडियो Files) को बनाने के लिए भी किया जाता है।
इसका सबसे अच्छा उदाहरण है Winamp Media Player, जिसे C++ में बनाया गया है, जो users को संगीत का आनंद लेने, वीडियो और संगीत फ़ाइलों को access करने और शेयर करने की अनुमति देता है।
स्कैनिंग एप्लिकेशन (Scanning apps and software)
C++ scanning apps एवं software में भी बहुत काम आता है फिल्म स्कैनर या कैमरा स्कैनर जैसे application के code bhi C++ में ही लिखे जाते है अगर इसमें और देखे तो C++ का उपयोग PDF technology को और Document technology डेवलप करने में काम आता है।
सी++ के कुछ बेसिक कोड (Basic Codes of C++ language)
C++ की इतनी सारी जानकारी के बाद बेशक है की आप इसकी कोडिंग के बारे में भी जानना चाहेंगे तो C++ में सबसे basic कोडिंग कोई भी beginner ‘Hello World’ से ही शुरू करता है।
तो आइए देख लेते है की कैसे इसका code लिखा जाता है और code लिखने के बाद ये execute कैसे होता है।
#include <iostream>
Int main() {
Std::cout << “Hello World!”;
Return 0;
}
तो दोस्तो ये जो आपने अभी देखा ये है C++ के सबसे basic code “HELLO WORLD”. आइए इस code के output को देखते है।
Hello World
तो जैसा की आपने देखा C++ के सबसे basic कोड का output, अब आपके मन में एक सवाल रहेगा की ये कोड execute हो कर output कैसे देता है।
तो इसका सरल जवाब है की code हमेशा compiler से execute होता है।
सी++ के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts about C++ language)
चलिए देखते है C++ language के बारे में कुछ रोचक facts-
क्या आपके पता है C++ ने ही सबसे पहले ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (Object Oriented Programming) को हमारे सामने लाया था जबकी ये feature C language में उपलब्ध नहीं था।
क्या आप जानते है C++ को Object Oriented Programming की सुविधाएँ Simula67 नामक programming लैंग्वेज से मिली हैं।
क्या आपको पता है C और C++ language का आविष्कार एक ही जगह पर किया गया था जो की U.S.A में स्थित AT&T (American Telephone and Telegrapgh) बेल laboratories में है।
क्या आप जानते है सी ++ प्रोग्राम को चलाने के लिए एक function की जरूरत है।
C++ कहाँ से और कैसे सीखें?
अगर आपको C++ सीखना है, और आगे जाके आपको इस फील्ड में नौकरी लेना है तो आप इन- इन जगहों से भी सीख सकते है।
आप ऑनलाइन भी C++ पढ़ सकते हैं, आपको ऑनलाइन बहुत सारी एसी वेबसाइट और YouTube channel मिल जायेंगे जहाँ से आपको फ्री में C++ सीखने का मौका मिलेगा
आइए कुछ एसी ही वेबसाइट को जान लेते है।
Beginning C++ Programming – From Beginner to Beyond
ये कुछ अलग अलग तरह की वेबसाइट है जहां पे आप C++ language सीख सकते है इन में से कुछ वेबसाइट्स paid है (paid websites का ये मतलब हुआ की आप इन websites में pay करके courses को खरीद सकते है,
जबकि free वेबसाइट्स में आपको ऐसा कुछ नहीं करना पड़ेगा) और कुछ फ्री है और अगर आपको इन सब वेबसाइट्स के अलावा कुछ दूसरे प्लेटफार्म यानी की यूट्यूब पर सीखना है जो बिलकुल फ्री है
तो आप इन सारे चैनल्स का लिस्ट देखिए।
ये चैनल वन of the best चैनल है यूट्यूब पर C++ सीखने के लिए अगर आप इस चैनल को फ़ॉलो करेंगे तो आप बहुत आसानी से C++ सीख पाएंगे एंड C++ language के अलावा आपको और अलग लैंग्वेज में भी इंट्रेस्ट आएगा।
पर अगर आपको और कुछ channels के बारे में भी जानना है तो उसकी लिस्ट हमने नीचे दी है –
C++ Full Course – What is C++ in Hindi
C++ Tutorial for Beginners – What is C++ in Hindi
C++ Programming Full Course – What is C++ in Hindi
इन channels के लिस्ट में आपको What is C++ in Hindi के बारे में हिंदी एवं इंग्लिश दोनो में video मिल जायेगा।
आपने जाना –
तो दोस्तों आज हमने आपको इस ब्लॉग में बताया की What is C++ in Hindi (C++ programming क्या है?) इसको कैसे सीखे एवं इसका इतिहास, इसके फीचर्स, इसके उपयोग और इसके Codes। हम तो आपको यही बोलेंगे की आज के समय में आपको भी कोडिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको आगे फील्ड में जाकर हेल्प मिलेगी।
अगर आप technical field में रुचि रखते है तो हमारे website को फॉलो कीजिए और अपने इस इंट्रेस्ट को और बढ़ाइए।