Type of Computer Network architecture में आप नेटवर्क आर्किटेक्चर के बारे में जानेंगे। यह तीन प्रकार के होते है, Peer to peer network, Client-server network, Hybrid network
इसमें कंप्यूटर नेटवर्क के सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, प्रोटोकॉल और cable का उपयोग करके विभिन्न प्रकार से design किया गया।
Contents
नेटवर्क आर्किटेक्चर – Type of Computer Network architecture
1) Peer to peer network
2) Client-server network
3) Hybrid network
Peer to peer network
Peer to peer नेटवर्क को point to point नेटवर्क भी कहा जाता है। इसको बनाना आसान है, आमतौर पर इसमें 10 कंप्यूटर का प्रयोग कर सकते है। इसका उपयोग छोटे क्षेत्र में किया जाता है। इसमें कोई भी सर्वर नहीं होता।
पीयर-टू-पीयर नेटवर्क के लाभ – Advantages of Peer to peer network
- यह सस्ता नेटवर्क होता है, क्योंकि इसमें कोई सर्वर नहीं होता है।
- यदि कोई एक कंप्यूटर काम करना बंद कर दे, तो दूसरे कंप्यूटर पर उसका कोई प्रभाव नहीं होगा।
- इसका setup और maintenance भी आसान है।
पीयर-टू-पीयर नेटवर्क के नुकसान – Disadvantages of Peer to peer network
- इसमें centralized system नहीं है, इसलिए डाटा अलग-अलग स्थानों में होता है। यह backup नहीं ले सकता।
- इसमें हर एक डिवाइस स्वयं को मैनेज करती है, इसलिए सुरक्षा की समस्या आ सकती है।
Client to server network
Type of Computer Network architecture का यह प्रकार, एक केंद्र नियंत्रक होता है। जिसे सर्वर कहा जाता जोकि नेटवर्क के सभी devices को नियंत्रित करता है, और सभी बाकि devices को हम client कहते है।
इसमें सभी client server के माध्यम से एक दूसरे को communicate करते है, जैसे की client 1 कोई भी प्रकार का डाटा client 2 को भेजना चाहता है, तो client 1 server से अनुरोध करेगा फिर server उसको अनुमति देगा।
क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क के लाभ – Advantages of Client to server network
- Client/server network में centralized system होता है, जिससे डाटा का backup आसानी से लिया जा सकता है।
- इस नेटवर्क में सुरक्षा बेहतर है, क्योंकि इसमें सर्वर द्वारा संसाधनों को दिया जाता है।
- इसमें सर्वर द्वारा पुरे सिस्टम को maintain किया जाता है।
- यह संसाधनों को साझा (resource sharing) करने की गति भी बढ़ाता है।
क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क के नुकसान- Disadvantages of Client to server network
- Client to server network महंगा होता है, क्योंकि इसमें ज्यादा मेमोरी वाले सर्वर की आवश्यकता होती।
- इसमें एक समर्पित नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर की आवश्यकता होती।
- इसमें क्लाइंट को संसधान प्रदान करने के लिए नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम (NOS) की आवशकता होती है। जिसकी लागत बहुत ज्यादा होती है।
Hybrid network – Type of Computer Network architecture
Type of Computer Network architecture में तीसरा प्रकार है Hybrid network
यह दोनों प्रकार के (Peer to peer and client to server network) network architecture से मिलकर बना होता है।
इसमें आपने Type of Computer Network architecture के बारे में जानकारी प्राप्त की यह तीन प्रकार के होते है। लेकिन आगे आपके लिए यह जानना जरुरी है की कंप्यूटर नेटवर्क के कितने प्रकार होते है।
Type of Computer Network जैसे की LAN, MAN, WAN, PAN के बारे में आप जरूर पढ़े।
कंप्यूटर नेटवर्क से सम्बंधित अधिक जानकारी –
- What is Computer network in Hindi
- Components of Computer network in Hindi
- Types of computer network in Hindi
- Types of network topology in Hindi
आपने जाना –
यहाँ हमारे द्वारा Types of Computer Network Architecture जैसे की Peer to peer network, Hybrid network और Client to server network के बारे में जानकारी दी गई है।
आशा है की यह जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी यदि आप कोई सवाल पूछना चाहें तो कमेंट बॉक्स में जरूर कमेंट करें या मेल करें और इस जानकारी को अपने दोस्तों में शेयर करें।